इनोवेशन यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए 300 करोड़
सचिन यादव नई दिल्ली | Jan 14, 2013, 03:06AM IST
व्यवस्था - स्कीम के तहत विवि को तीन केटेगरी में वित्तीय सहायता
फंड
इनोवेटिव टीङ्क्षचग, एजुकेशनल प्रोग्राम, इनोवेटिव रिसर्च प्रोग्राम और आर्गनाइजेशनल इनोवेशन के लिए वित्तीय सहायता
यूजीसी इनोवेशन यूनिवर्सिटी के जरिए इनोवेशन को तीन भागों में बांट कर १९ बिंदुओं पर फोकस करना होगा
एडमिशन प्रक्रिया को बेहतर करना, रिसर्च सुविधाओं को अधिक से अधिक विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों के साथ बांटना
स्कीम के तहत केन्द्र विश्वविद्यालयों, राज्य विश्वविद्यालयों और डीम्ड विश्वविद्यालय आवेदन कर सकते हैं
अनुदान खर्च करने की समय सीमा पांच वर्ष तक की होगी
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान इनोवेशन यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए विश्वविद्यालयों को 300 करोड़ रुपये का फंड मुहैया कराएगा। देश में चल रहे विश्वविद्यालयों को इनोवेटिव टीङ्क्षचग, एजुकेशनल प्रोग्राम, इनोवेटिव रिसर्च प्रोग्राम और आर्गनाइजेशनल इनोवेशन के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगा।
यूजीसी इनोवेशन यूनिवर्सिटी के जरिए इनोवेटिव टीङ्क्षचग व एजुकेशनल प्रोग्राम, इनोवेटिव रिसर्च प्रोग्राम और आर्गनाइजेशनल इनोवेशन को तीन भागों में बांट कर १९ बिंदुओं पर फोकस करना होगा।
इसमें नए तरह के कोर्स और डिग्री, अध्यापन तरीके में बदलाव, शिक्षक के पढ़ाए हुए विषय का छात्रों से फीडबैक लेने का मैकेनिज्म, टीचिंग प्रोग्राम का अंतर्राष्ट्रीयकरण करना शामिल है। साथ ही, एडमिशन प्रक्रिया को बेहतर करना, रिसर्च सुविधाओं को अधिक से अधिक विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों के साथ बांटना है।
इस स्कीम के तहत केन्द्र विश्वविद्यालयों, राज्य विश्वविद्यालयों और डीम्ड विश्वविद्यालय आवेदन कर सकते हैं। इन विश्वविद्यालयों को नैक की तरफ ए ग्रेड मिला होना चाहिए। साथ ही, आवेदन के समय विश्वविद्यालय की स्थापना को हुए दस साल पूरे हो चुके होने चाहिए।
इस स्कीम के तहत विश्वविद्यालयों को तीन केटेगरी में वित्तीय सहायता मिलेगी। इनोवेटिव प्रोजेक्ट के लिए एक समय में २५ करोड़ रुपये को अनुदान मिलेगा। यह अनुदान खर्च करने की समय सीमा पांच वर्ष तक की होगी। इस अनुदान के तहत विश्वविद्यालय के किसी एक विभाग या फैकल्टी को ही शामिल किया जा सकता है।
वहीं, इनोवेटिव प्रोग्राम के तहत विश्वविद्यालयों को २५-१०० करोड़ रुपये तक का फंड दिया जाएगा। यह फंड किसी विभाग या फैकल्टी तक सीमित नहीं रहेगा। इसके अलावा, इनोवेशन यूनिवर्सिटी के लिए १००-३०० करोड़ रुपये का फंड दिया जाएगा।
http://business.bhaskar.com/article/BIZ-300-million-for-the-establishment-of-university-innovation-4147763-NOR.html
फंड
इनोवेटिव टीङ्क्षचग, एजुकेशनल प्रोग्राम, इनोवेटिव रिसर्च प्रोग्राम और आर्गनाइजेशनल इनोवेशन के लिए वित्तीय सहायता
यूजीसी इनोवेशन यूनिवर्सिटी के जरिए इनोवेशन को तीन भागों में बांट कर १९ बिंदुओं पर फोकस करना होगा
एडमिशन प्रक्रिया को बेहतर करना, रिसर्च सुविधाओं को अधिक से अधिक विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों के साथ बांटना
स्कीम के तहत केन्द्र विश्वविद्यालयों, राज्य विश्वविद्यालयों और डीम्ड विश्वविद्यालय आवेदन कर सकते हैं
अनुदान खर्च करने की समय सीमा पांच वर्ष तक की होगी
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान इनोवेशन यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए विश्वविद्यालयों को 300 करोड़ रुपये का फंड मुहैया कराएगा। देश में चल रहे विश्वविद्यालयों को इनोवेटिव टीङ्क्षचग, एजुकेशनल प्रोग्राम, इनोवेटिव रिसर्च प्रोग्राम और आर्गनाइजेशनल इनोवेशन के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगा।
यूजीसी इनोवेशन यूनिवर्सिटी के जरिए इनोवेटिव टीङ्क्षचग व एजुकेशनल प्रोग्राम, इनोवेटिव रिसर्च प्रोग्राम और आर्गनाइजेशनल इनोवेशन को तीन भागों में बांट कर १९ बिंदुओं पर फोकस करना होगा।
इसमें नए तरह के कोर्स और डिग्री, अध्यापन तरीके में बदलाव, शिक्षक के पढ़ाए हुए विषय का छात्रों से फीडबैक लेने का मैकेनिज्म, टीचिंग प्रोग्राम का अंतर्राष्ट्रीयकरण करना शामिल है। साथ ही, एडमिशन प्रक्रिया को बेहतर करना, रिसर्च सुविधाओं को अधिक से अधिक विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों के साथ बांटना है।
इस स्कीम के तहत केन्द्र विश्वविद्यालयों, राज्य विश्वविद्यालयों और डीम्ड विश्वविद्यालय आवेदन कर सकते हैं। इन विश्वविद्यालयों को नैक की तरफ ए ग्रेड मिला होना चाहिए। साथ ही, आवेदन के समय विश्वविद्यालय की स्थापना को हुए दस साल पूरे हो चुके होने चाहिए।
इस स्कीम के तहत विश्वविद्यालयों को तीन केटेगरी में वित्तीय सहायता मिलेगी। इनोवेटिव प्रोजेक्ट के लिए एक समय में २५ करोड़ रुपये को अनुदान मिलेगा। यह अनुदान खर्च करने की समय सीमा पांच वर्ष तक की होगी। इस अनुदान के तहत विश्वविद्यालय के किसी एक विभाग या फैकल्टी को ही शामिल किया जा सकता है।
वहीं, इनोवेटिव प्रोग्राम के तहत विश्वविद्यालयों को २५-१०० करोड़ रुपये तक का फंड दिया जाएगा। यह फंड किसी विभाग या फैकल्टी तक सीमित नहीं रहेगा। इसके अलावा, इनोवेशन यूनिवर्सिटी के लिए १००-३०० करोड़ रुपये का फंड दिया जाएगा।
http://business.bhaskar.com/article/BIZ-300-million-for-the-establishment-of-university-innovation-4147763-NOR.html