एक साल में कीजिए एलएलएम
सुविधा - सेंटर ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट लीगल स्टडीज में ही शुरू हो सकेगा यह कोर्स
नए नियम
एडमिशन के लिए अखिल भारतीय स्तर पर परीक्षा का आयोजन करना होगा
इसमें तीन सेमेस्टर होंगे, एक सेमेस्टर के अंतर्गत 18 सप्ताह की पढ़ाई जरूरी
जानकारों की राय में इससे एलएलएम करने वालों की संख्या में होगा इजाफा
एलएलबी के बाद एलएलएम डिग्री कोर्स के प्रति छात्रों के रुझान को बढ़ाने के लिए एलएलएम कोर्स को एक साल का कर दिया गया है।
देश में एलएलएम कोर्स की अवधि अभी तक दो साल थी जबकि विदेशों में एक साल का होने के कारण लोग वहां चले जाते थे। जानकारों का कहना है कि एक साल का एलएलएम डिग्री कोर्स होने के चलते लोगों का रुझान एलएलएम के प्रति बढ़ेगा। इस बाबत विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की एक्सपर्ट कमेटी ने अपनी मंजूरी दे दी है।
यूजीसी की एक्सपर्ट कमेटी के अनुसार सिर्फ उन्हीं विश्वविद्यालयों और संस्थानों में एक वर्षीय एलएलएम डिग्री कोर्स को शुरू किया जा सकेगा, जहां सेंटर ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट लीगल स्टडीज होगा। एक वर्षीय एलएलएम डिग्री कोर्स शुरू होने से दो वर्षीय एलएलएम कोर्स पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
एक वर्षीय एलएलएम कोर्स में एडमिशन के लिए अखिल भारतीय स्तर पर व्यक्तिगत तौर पर या फिर सामूहिक तौर पर परीक्षा का आयोजन करना होगा। यूजीसी के मुतबिक इसमें तीन सेमेस्टर होंगे। एक सेमेस्टर के अंतर्गत 18 सप्ताह की पढ़ाई होनी चाहिए। एक वर्षीय एलएलएम पाठ्यक्रम के दौरान छात्रों का मूल्यांकन सिर्फ ग्रेड दे कर किया जाएगा।
इस एलएलएम कोर्स के लिए इंटरनेशनल और कंपरेटिव कानून, कॉरपोरेट और कॉमर्शियल कानून, क्रिमिनल और सिक्योरिटी लॉ, फैमिली और सोशल सिक्योरिटी कानून, कांस्टीट्यूशनल और एडमिनिस्ट्रेटिव लॉ को शामिल किया गया है।
बार कांउसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा ने बताया कि यूजीसी के इस फैसले से एलएलएम करने के लिए एक बार फिर से छात्र आगे आ सकते हैं। अभी बहुत बड़ी संख्या में छात्र एलएलएम करने विदेश चले जाते थे क्योंकि वहां पर एलएलएम एक वर्षीय था।
देश में कम संख्या में लोग एलएलएम को वरीयता देते थे। इस निर्णय के बाद एलएलएम करने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी। यूजीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्रालय के सुझाव के बाद देश में कानून की पढ़ाई को बेहतर बनाने के लिए एक बढिय़ा निर्णय है।
पर वर्ष 2013-14 से एक वर्षीय एलएलएम पाठ्यक्रम शुरू होने में कुछ दिक्कतें आ सकती है, क्योंकि नया शैक्षिक सत्र शुरू होने में कम ही समय बचा है जबकि विश्वविद्यालयों और संस्थानों को इस कोर्स की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए तैयारियां करनी होंगी।
http://business.bhaskar.com/article/BIZ-llm-in-one-year-by-4164372-NOR.html
LLM, Bar Counil of india, UGC
नए नियम
एडमिशन के लिए अखिल भारतीय स्तर पर परीक्षा का आयोजन करना होगा
इसमें तीन सेमेस्टर होंगे, एक सेमेस्टर के अंतर्गत 18 सप्ताह की पढ़ाई जरूरी
जानकारों की राय में इससे एलएलएम करने वालों की संख्या में होगा इजाफा
एलएलबी के बाद एलएलएम डिग्री कोर्स के प्रति छात्रों के रुझान को बढ़ाने के लिए एलएलएम कोर्स को एक साल का कर दिया गया है।
देश में एलएलएम कोर्स की अवधि अभी तक दो साल थी जबकि विदेशों में एक साल का होने के कारण लोग वहां चले जाते थे। जानकारों का कहना है कि एक साल का एलएलएम डिग्री कोर्स होने के चलते लोगों का रुझान एलएलएम के प्रति बढ़ेगा। इस बाबत विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की एक्सपर्ट कमेटी ने अपनी मंजूरी दे दी है।
यूजीसी की एक्सपर्ट कमेटी के अनुसार सिर्फ उन्हीं विश्वविद्यालयों और संस्थानों में एक वर्षीय एलएलएम डिग्री कोर्स को शुरू किया जा सकेगा, जहां सेंटर ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट लीगल स्टडीज होगा। एक वर्षीय एलएलएम डिग्री कोर्स शुरू होने से दो वर्षीय एलएलएम कोर्स पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
एक वर्षीय एलएलएम कोर्स में एडमिशन के लिए अखिल भारतीय स्तर पर व्यक्तिगत तौर पर या फिर सामूहिक तौर पर परीक्षा का आयोजन करना होगा। यूजीसी के मुतबिक इसमें तीन सेमेस्टर होंगे। एक सेमेस्टर के अंतर्गत 18 सप्ताह की पढ़ाई होनी चाहिए। एक वर्षीय एलएलएम पाठ्यक्रम के दौरान छात्रों का मूल्यांकन सिर्फ ग्रेड दे कर किया जाएगा।
इस एलएलएम कोर्स के लिए इंटरनेशनल और कंपरेटिव कानून, कॉरपोरेट और कॉमर्शियल कानून, क्रिमिनल और सिक्योरिटी लॉ, फैमिली और सोशल सिक्योरिटी कानून, कांस्टीट्यूशनल और एडमिनिस्ट्रेटिव लॉ को शामिल किया गया है।
बार कांउसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा ने बताया कि यूजीसी के इस फैसले से एलएलएम करने के लिए एक बार फिर से छात्र आगे आ सकते हैं। अभी बहुत बड़ी संख्या में छात्र एलएलएम करने विदेश चले जाते थे क्योंकि वहां पर एलएलएम एक वर्षीय था।
देश में कम संख्या में लोग एलएलएम को वरीयता देते थे। इस निर्णय के बाद एलएलएम करने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी होगी। यूजीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्रालय के सुझाव के बाद देश में कानून की पढ़ाई को बेहतर बनाने के लिए एक बढिय़ा निर्णय है।
पर वर्ष 2013-14 से एक वर्षीय एलएलएम पाठ्यक्रम शुरू होने में कुछ दिक्कतें आ सकती है, क्योंकि नया शैक्षिक सत्र शुरू होने में कम ही समय बचा है जबकि विश्वविद्यालयों और संस्थानों को इस कोर्स की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए तैयारियां करनी होंगी।
http://business.bhaskar.com/article/BIZ-llm-in-one-year-by-4164372-NOR.html
LLM, Bar Counil of india, UGC