ज्यादा युवाओं को उच्च शिक्षा देने की कवायद
अभियान - राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अभियान के तहत वर्ष 2017
तक उच्च शिक्षा में छात्रों का नामांकन 25.2 फीसदी के स्तर तक पहुंचाना है
जबकि वर्ष 2020-21 तक उच्च शिक्षा में छात्रों के पंजीकरण को बढ़ाकर 30
फीसदी करना है। अभी उच्च शिक्षा में नामांकन अनुपात 18.8 फीसदी है।
उच्च शिक्षा में नामांकन कराने में कमी आई
केन्द्र सरकार उच्च शिक्षा में छात्रों का नामांकन बढ़ाने के लिए तैयारियां कर रही है। इस बाबत केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ.पल्लम राजू देश के अन्य राज्यों के प्रतिनिधियों से राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अभियान के मसौदे पर 8 फरवरी को चर्चा करेंगे।
राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अभियान के तहत वर्ष 2017 तक उच्च शिक्षा में छात्रों का नामांकन 25.2 फीसदी के स्तर तक पहुंचाना है जबकि वर्ष 2020-21 तक उच्च शिक्षा में छात्रों के पंजीकरण को बढ़ाकर 30 फीसदी करना है।
अभी उच्च शिक्षा में नामांकन अनुपात 18.8 फीसदी है। मसौदे के अनुसार, वर्ष 2007 से 2010 तक 12वीं पास करने वाले छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है पर 12वीं के बाद उच्च शिक्षा में नामांकन कराने में कमी आई है।
वर्ष 2007-2008 में जहां प्रति 10,000 में से 6,566 छात्रों ने 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की थी, वहीं कुल 4,036 छात्रों ने ही उच्च शिक्षा में नामांकन कराया। इसी तरह वर्ष 2009-10 में 7,496 पास होने वाले छात्रों में से 5,064 छात्रों ने ही उच्च शिक्षा में नामांकन कराया था।
मसौदे के अनुसार, एक ऐसी केन्द्रीय नीति का प्रस्ताव है जोकि बारहवीं और तेरहवीं पंचवर्षीय योजना दोनों में लागू होगी। इस स्कीम के मुताबिक राज्यों में उच्च शिक्षा संस्थानों पर फोकस किया जाएगा। 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान 1 करोड़ लोगों का उच्च शिक्षा में नामांकन कराने का लक्ष्य है।
इसमें 10 लाख छात्रों का दूरस्थ शिक्षा, 33 लाख छात्रों का स्किल्ड कार्यक्रम के डिप्लोमा और 57 लाख छात्रों का स्नातक कार्यक्रम में नामांकन कराने का लक्ष्य है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़े 374 जिलों में मॉडल डिग्री कॉलेज खोलने की योजना है। इन डिग्री कॉलेज के लिए केन्द्र सरकार और राज्य सरकार दोनों संयुक्त रूप से प्रयास करेंगी।
ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना के दौरान उच्च शिक्षा में कुल नामांकन अनुपात में 4.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान उच्च शिक्षा में पंजीकरण कराने वाले छात्रों की संख्या बढ़कर 1.54 करोड़ से बढ़कर 2.02 करोड़ हो गई है।
मसौदे के मुताबिक, शैक्षिक संस्थानों के प्रदर्शन के आधार पर उन्हें फंड देने की योजना है। साथ ही, राज्यों में उच्च शिक्षा समिति के गठन की भी योजना है। अभी देश में 634 विश्वविद्यालय और 33,023 कॉलेज हैं।
http://business.bhaskar.com/article/BIZ-exercise-more-young-people-to-higher-education-4162221-NOR.html
उच्च शिक्षा में नामांकन कराने में कमी आई
केन्द्र सरकार उच्च शिक्षा में छात्रों का नामांकन बढ़ाने के लिए तैयारियां कर रही है। इस बाबत केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ.पल्लम राजू देश के अन्य राज्यों के प्रतिनिधियों से राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अभियान के मसौदे पर 8 फरवरी को चर्चा करेंगे।
राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अभियान के तहत वर्ष 2017 तक उच्च शिक्षा में छात्रों का नामांकन 25.2 फीसदी के स्तर तक पहुंचाना है जबकि वर्ष 2020-21 तक उच्च शिक्षा में छात्रों के पंजीकरण को बढ़ाकर 30 फीसदी करना है।
अभी उच्च शिक्षा में नामांकन अनुपात 18.8 फीसदी है। मसौदे के अनुसार, वर्ष 2007 से 2010 तक 12वीं पास करने वाले छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है पर 12वीं के बाद उच्च शिक्षा में नामांकन कराने में कमी आई है।
वर्ष 2007-2008 में जहां प्रति 10,000 में से 6,566 छात्रों ने 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की थी, वहीं कुल 4,036 छात्रों ने ही उच्च शिक्षा में नामांकन कराया। इसी तरह वर्ष 2009-10 में 7,496 पास होने वाले छात्रों में से 5,064 छात्रों ने ही उच्च शिक्षा में नामांकन कराया था।
मसौदे के अनुसार, एक ऐसी केन्द्रीय नीति का प्रस्ताव है जोकि बारहवीं और तेरहवीं पंचवर्षीय योजना दोनों में लागू होगी। इस स्कीम के मुताबिक राज्यों में उच्च शिक्षा संस्थानों पर फोकस किया जाएगा। 12वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान 1 करोड़ लोगों का उच्च शिक्षा में नामांकन कराने का लक्ष्य है।
इसमें 10 लाख छात्रों का दूरस्थ शिक्षा, 33 लाख छात्रों का स्किल्ड कार्यक्रम के डिप्लोमा और 57 लाख छात्रों का स्नातक कार्यक्रम में नामांकन कराने का लक्ष्य है। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़े 374 जिलों में मॉडल डिग्री कॉलेज खोलने की योजना है। इन डिग्री कॉलेज के लिए केन्द्र सरकार और राज्य सरकार दोनों संयुक्त रूप से प्रयास करेंगी।
ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना के दौरान उच्च शिक्षा में कुल नामांकन अनुपात में 4.8 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान उच्च शिक्षा में पंजीकरण कराने वाले छात्रों की संख्या बढ़कर 1.54 करोड़ से बढ़कर 2.02 करोड़ हो गई है।
मसौदे के मुताबिक, शैक्षिक संस्थानों के प्रदर्शन के आधार पर उन्हें फंड देने की योजना है। साथ ही, राज्यों में उच्च शिक्षा समिति के गठन की भी योजना है। अभी देश में 634 विश्वविद्यालय और 33,023 कॉलेज हैं।
http://business.bhaskar.com/article/BIZ-exercise-more-young-people-to-higher-education-4162221-NOR.html