मंगलवार, 15 मई 2012

बिक्री कर समाधान के लिए अपैक्स एडवाइजरी कमेटी


कौन-कौन
बिक्री कर विभाग की अपेक्स एडवाइजरी कमेटी में 19 सदस्य होंगे जिसकी अध्यक्षता वैट आयुक्त करेंगे। वहीं अन्य दस जोनल कमेटियों की अध्यक्षता संयुक्त आयुक्त व अतिरिक्त आयुक्त करेंगे। जोनल कमेटियों में सदस्यों की संख्या 11 रहेगी।

दिल्ली सरकार के बिक्री कर विभाग ने व्यापार व कर कानून से संबंधित मुद्दों को और अधिक आसान बनाने के लिए अपैक्स एडवाइजरी कमेटी और 10 जोनल एडवाइजरी कमेटी का गठन करने का फैसला किया है। बिक्री कर विभाग के मुताबिक अपेक्स एडवाइजरी कमेटी में 19 सदस्य होंगे जिसकी अध्यक्षता वैट आयुक्त करेंगे। वहीं अन्य दस जोनल कमेटियों की अध्यक्षता संयुक्त आयुक्त व अतिरिक्त आयुक्त करेंगे। जोनल कमेटियों में सदस्यों की संख्या 11 रहेगी।

विभाग के मुताबिक अपैक्स एडवाइजरी कमेटी का कार्य दिल्ली सरकार को वैट को और अधिक सरल तरीके के साथ लागू किया जा सके, वैट कानून से संबंधित प्रशासनिक मामलों में सलाह देगी। अपैक्स एडवाइजरी कमेटी की बैठक हर तीन महीने में होंगी।

अपैक्स एडवाइजरी कमेटी में अध्यक्ष वैट आयुक्त के अलावा विशेष सचिव (वित्त विभाग), तीन सदस्य प्रवर्तन, नीति विभाग से, दो सदस्य कर सलाहकार, दो सदस्य बार एसोसिएशन से, ऑयल कंपनी, इलेक्ट्रॉनिक, मोटर व्हीकल, आईएमएफएल और कंट्री लिकर, ड्राई फ्रूट, किराना उद्योगों से एक-एक व अन्य छह सदस्य विभिन्न उद्योगों से अपैक्स एडवाइजरी कमेटी के अध्यक्ष नामित करेंगे। 

जोनल एडवाइजरी कमेटी का कार्य अपने क्षेत्र के ट्रेडर्स की परेशानियों को चिन्हित करना होगा और कर संग्रह को किस तरह बढ़ाया जाए, क्षेत्र के गुड डीलरों के अलग सूची बनाना। इसके अलावा जोनल कमेटी का कार्य अपने क्षेत्र के टैक्स डिफॉल्टरों की सूची तैयार करना होगा जिससे उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके। सभी दसों जोनल कमेटियों की बैठक तीन माह में एक बार होगी। जोनल कमेटियों को तीन महीने के दौरान अपने कार्य का विवरण, सुझाव व सलाह अपैक्स एडवाइजरी कमेटी को देने होंगे।


जोनल एडवाइजरी कमेटी में भी 11 सदस्य होंगे जिसमें अध्यक्ष की भूमिका संयुक्त आयुक्त या अतिरिक्त आयुक्त निभाएंगे। वैट के रूप में दो सदस्य, ऑडिट व प्रवर्तन विभाग से दो सदस्य, विभिन्न उद्योगों के प्रतिनिधि के तौर पर पांच सदस्य और दो सदस्यों को जोनल एडवाइजरी कमेटी के चेयरमैन नामित करेंगे।