इस को क्या कह सकते हैं जिंदगी में दोस्तों का साथ होना कितना जरूरी होता है. हम सभी अपने काम में बिजी होने के कारण अपने दोस्तों को समय नहीं दे पाते हैं. जिन्होंने हमारे कठिन मोड़ पर हमारा साथ दिया था उन सबको भूल जाते हैं. जिंदगी की उड़ान में दोस्त उन पंखों सरीखे होते हैं जिनके बिना कोई भी उड़ान पूरी नहीं की जा सकती है. शब्द कम पड़ सकते हैं लेकिन उस दोस्ती को किसी भी चीज़ से तौला नहीं जा सकता है...
गुरुवार, 7 मार्च 2013
तितलियों जैसी मैं उडऩा चाहूँ -Fly like a butterfly
तितलियों जैसी मैं उडऩा चाहूँ
किसी की ख्वाहिशों को पंख लगाऊं
गुमसुम चेहरों पर मुस्कान लाऊं
अंधेरे में एक रोशनी बन जाऊं
तितलियों जैसी मैं उडऩा चाहूं
उड़ती रहूं मैं इधर-उधर
कोई न रोके मुझे किधर
खुशबुओं को रंगों में फैलाऊं
एक प्यारी सी दुनिया सतरंगी बनाऊं
तितलियों जैसी में उडऩा चाहूं... Sachin