शनिवार, 7 जुलाई 2012

टीपीडीडीएल नेटवर्क पर निवेश करेगी 450 करोड़


100 प्रोफेशनल की भर्ती करेगी टीपीडीडीएल चालू वर्ष में

सलाहकार सेवाएं - कंपनी सलाहकार के तौर पर भी सेवाएं देगी। शुरूआत में इसके लिए राजस्थान, जम्मू और कश्मीर, यूपी से बातचीत चल रही है। टाटा की यह कंपनी जल्द ही बिजली वितरण को लेकर इन तीनों प्रदेशों को अपनी सेवाएं देने लगेगी।

टाटा पावर दिल्ली डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टीपीडीडीएल) अपने बिजली वितरण नेटवर्क को और अधिक मजबूत बनाने के लिए वर्ष 2012-13 में 450 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। कंपनी वर्ष 2013 के लिए भी अभी से तैयारियों में जुट गई है।

कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी व कार्यकारी निदेशक प्रवीर सिन्हा ने बिजनेस भास्कर को बताया कि चालू वर्ष में टीपीडीडीएल के क्षेत्र में बिजली की अधिकतम मांग 1,585 मेगावाट के स्तर पर पहुंच गई है। अगले वर्ष यह मांग 2,000 मेगावाट के स्तर पर पहुंच सकती है।  इस चुनौती से निपटने के लिए कंपनी वित्त वर्ष 2012-13 में 450 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।

सिन्हा ने बताया कि इस निवेश के जरिए नए ग्राहकों को जोडऩे, एग्रीगेट टेक्नीकल एंड कॉमर्शियल घाटे का कम करने के लिए और सर्विसेज को बेहतर बनाने में किया जाएगा। जब कंपनी शुरू हुई थी तो कंपनी के पास सिर्फ6-7 लाख ग्राहक थे जिनकी संख्या अब 14 लाख से अधिक हो गई है। उन्होंने दावा किया कि बिजली की किल्लत नहीं होने दी जाएगी।

इसके लिए कंपनियों से लांग टर्म पॉवर परचेज एग्रीमेंट किए गए हैं। ग्राहकों की सुविधाओं के लिए इस वर्ष 20 कस्टमर केयर सेंटर खोले जाएंगे ,जहां पर ग्राहक अपनी समस्याओं का हल पा सकेंगे।

इसके लिए हम बिजली की निर्बाध आपूर्ति करना चाहते हैं जिससे हमारे ग्राहकों को इनवर्टर का प्रयोग न करना पड़े। आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए कंपनी का 100 मेगावाट का पॉवर प्लांट रिठाला में स्थित है जिसने काम करना शुरू कर दिया है। पूरी मात्रा में गैस मिलते ही बिजली का उत्पादन शुरू हो जाएगा।
सिन्हा ने बताया कि कंपनी सलाहकार के तौर पर भी अपनी सेवाओं को शुरू करने जा रही है।

अभी शुरूआत में इसके लिए राजस्थान, जम्मू और कश्मीर, यूपी से बात हो रही है। जल्द ही बिजली वितरण को लेकर इन तीनों प्रदेशों को अपनी सेवाएं देने लगेगी। टीपीडीडीएल 2012-13 में 100 प्रोफेशनल की भर्ती भी करेगा। उन्होंने बताया कि आगे के दस वर्षों के लिए टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन को लेकर यूनाइटेड स्टेट टेक्निकल अथॉरिटी के साथ मिलकर टीपीडी डीएल एक अध्ययन कर रहा है जिसकी रिपोर्ट बाद में लागू होगी।

सिन्हा ने बताया कि हर वर्ष बिजली की मांग 8-10 फीसदी बढ़ रही है और उस हिसाब से हमें तैयार रहना होगा। इसके अलावा मानसून में होनी वाली दिक्कतों से बचने के लिए अभी से स्विच गियर, इलेक्ट्रिकल इक्विपमेंट, ट्रांसफार्मर से धूल हटाने का काम शुरू कर दिया गया है जिससे इलेक्ट्रिक इक्विपमेंट में कोई दिक्कत न आए.
http://business.bhaskar.com/article/teepeedeediel-network-will-invest-450-million-3487368.html
TPDDL