दस साल बाद भी नहीं शिफ्ट हो पाया केमिकल बाजार
बिजनेस भास्कर नई दिल्ली
सचिन यादव नई दिल्ली
दस वर्षों बाद भी खारी बावली के तिलक बाजार स्थित केमिकल मार्केट को हरियाणा बार्डर से लगे होल्ंबीकलां में स्थानान्तिरत करने संबंधित हाईकोर्ट के आदेश का पालन दस वर्षों बाद भी नहीं किया गया है। तिलक बाजार के कैमिकल व्यापारी इसके लिए डीडीए और प्रशासन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
कैमिकल मर्चेटंस एसोसिएशन के प्रधान सुशील गोयल ने बताया कि वर्ष २००० में हाईकोर्ट ने डीडीए को कैमिकल मर्चेंट वालों को हरियाणा बार्डर से लगे होल्मबी कलां में ५० वर्गमीटर जगह दी थी। उन्होंने बताया कि तिलक बाजार से यह जगह पूरी ३० किलोमीटर तक दूर है। सुशील ने कहा कि डीडीए ने प्लॉट लेने के लिए वर्ष २००२ में पैसे जमा करवाएं थे लेकिन जगह का नशा अब वर्ष २०१० में दिया है। इसके बावजूद डीडीए ५३ तरह के एनओसी के कागज मांग रहा है।
उन्होंने बताया कि अभी तक हमें कब्जा नहीं मिला है और वहां प्लॉट नम्बर भी नहीं पड़े हैं। कारोबारियों के लिए वह जगह बिल्कुल भी व्यावहारिक नहीं है। सम्पर्क मार्केट तक सड़क से जाने का रास्ता तक नहीं है। के मिकल मर्चेटंस वालों को शिफ्ट करने से पहले अनिवार्य रूप से फॉयर बिग्रेड की स्थापना होनी चाहिए। इसके अलावा पोस्ट ऑफिस और बैंक की स्थापना होनी चाहिए। उन्होंने पूछा कि आखिर व्यापारी अपना व्यापार कैसे करेंगे।
सुशील ने कहा कि हमारी मांग है कि हमें ५० वर्गमीटर से बड़े प्लॉट दिए जाएं। खतरे की श्रेणी में आने वाले केमिकल को रखने के लिए इससे बड़े प्लॉट चाहिए। साथ ही श्रमिकों के रहने की भी कोई व्यवस्था की जाए। योंकि इतनी दूर से श्रमिकों को अपने रहने के स्थान पर आने-जाने में ही काफी किराया खर्च करना होगा। कारोबारी अपने अनुभवी श्रमिकों को खोना नहीं चाहते हैं योंकि उनकों केमिकल के काम की काफी अच्छी जानकारी है।
उन्होंने कहा कि हमारे ऑफिसों को तिलक बाजार में ही रहने दिया जाए। अगर डीडीए ने जोर जबरदस्ती करी तो अपने अधिकारों के लिए हम लड़ेंगे।