सोमवार, 2 नवंबर 2015

जब पंडित जी आएंगे और वेडिंग लोन का ऑप्‍शन साथ में लाएंगे!


अभी कुछ दिनों पहले एक घटिया फिल्मी प्रोडक्ट बाजार में आया था जिसका नाम था 'शानदार'। ऐसे घटिया फिल्मी प्रोडक्ट जब बाजार में आते हैं तो अपने साथ-साथ उसी किस्म की मार्केटिंग स्ट्रेटजी को भी बाजार में लांच करते हैं। क्योंकि फिल्म में 'शादी' मुख्य किरदार में थी तो संबंधित प्रोडेक्‍ट को ही बाजार में उतारना था। ऐसे में मौका देखते ही टाटा समूह ने लांच कर दिए 'वेडिंग लोन'। अभी तक नौकरी करने वाले व्यक्ति की‌ जिंदगी पर्सनल लोन, कार लोन, होम लोन, एजुकेशन लोन, गोल्ड लोन के बीच कसमसा रही थी कि वेडिंग लोन के विकल्प ने उसकी आंखें ही बाहर निकाल कर रख दीं। 

लोन लेने से जिंदगी भले ही कुछ पलों के लिए आसान हो जाती हो, पर तभी से व्यक्ति किश्तों में मरना शुरू कर देता है। साथ ही उसकी सोच भी उसी के साथ मरती रहती है। भारत में अब शादियां सिर्फ इसलिए नहीं होती हैं कि दो परिवार के लोग चाहते हैं। बल्कि इसलिए भी होती हैं क्योंकि बाजार चाहता है कि शादियां खूब धूमधड़ाके के साथ हों। इवेंट मैनेजमेंट कंपनी, ऑटोमोबाइल, अपैरल, ज्वैलरी जैसी इंडस्ट्री को शादियों में बड़ा बाजार दिखता है।

ऐसे में अगर आपके बच्चों की शादी होने जा रही है तो हो सकता कि किसी चौराहे पर आपको भी कोई व्यक्ति मिल जाए और सबसे सस्ती दरों पर वेडिंग लोन देने का भरोसा दिलाएं। ये प्रोडक्ट मार्केट में आ चुके हैं और आज नहीं तो कल आप भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। 

यह प्रोडक्ट कुछ लोगों को नौकरी दे सकता है। पर आपको भी सावधान रहना होगा कि कही आप इस जाल में फंस तो नहीं रहे हैं। आने वाले समय में आपके घर के निजी पंडित जी जब आपके घर पूजा करवाने आएंगे तो आपके बेटी और बेटे की शादी के लिए वेडिंग लोन का ऑप्‍शन साथ में लाएंगे। कंपनियां पंड़ित जी पर दांव इसलिए भी लगाएंगी क्योंकि आस्‍था के मामले में लोग उनकी बातों पर आंख मूंद कर विश्वास करते हैं। और फिर आखिर बाजार का दौर है, सभी अपना कमीशन देख कर चल रहे हैं तो वो भी देख लेंगे तो इसमें बुरा क्या है?