कमरें खाली हैं
दीवारें खाली हैं
अब तो किचन के कुछ बर्तन भी खाली हैं
इन छोटे से जहान की हवा भी खाली है
तुम्हारा देर से उठना खाली है
और रात देर से सोना खाली है
तुम्हारा आना खाली है
तुम्हारा जाना खाली है
परेशानी में चुप रहना खाली है
जोश में खूब बोलना खाली है
तुम्हारी माया नगरी खाली है
तुम्हारी कहानी खाली है
तुम्हारी मोहब्बत खाली है
तुम्हारी नफ़रत खाली है
तुम्हारी दोस्ती खाली है
तुम्हारी दुश्मनी खाली है
तुम्हारी पसंद खाली है
तुम्हारी नापसंद खाली है
अब तो सिनेमा हाल की एक सीट भी खाली है
बहुत कुछ खाली है वो इस खालीपन से न भर पायेगा
Kisi Ke Jaane ke Baad Khaali Pan ko Bharne ki Koshish Mein...Jo Bhara Nahi Ja Sakta.