शनिवार, 28 मार्च 2009

लोकतंत्र की सबसे बड़ी लडाई कौन जीतेगा?



लोकतंत्र की सबसे बड़ी लडाई कौन जीतेगा? देश भर में ५४३ सीटो के लिए राजनेतिक पार्टियों के बीच युद्ध शुरू हो चुका है। इस बात का फैसला भारत देश की जनता को करना है । अभी पहले चरण का मतदान भी नहीं समाप्त नहीं हो पाया है. और अनुमान लगाये जाने लगे है की इस दल की सरकार बन जायेगी.

१।अडवाणी जी मनमोहन जी को टीवी पर बहस के लिए बुला रहे हैं.

२। वरुण कोड ऑफ़ कंडक्ट की अवमानना कर रहे है.

३। कांग्रेस को मुद्दे नहीं मिल पा रहे है.

४।लालू, मुलायम, पासवान साथ-साथ लालटेन लिए साईकिल पर सवार हो चुके हैं.

५। बीजद, राजग का साथ छोड़ चुका है.

६। अबुमणि रामदास, जयललिता के आगन में पहुच चुके हैं.

७। राहुल बाबा समझ नहीं पा रहे हैं कौन से मुद्दे हैं और कौन से नहीं? अपने तरकश से कौन से कौन सा तीर निकाल कर दूसरी पार्टियों पर वार करे?

८। अभिनेता से नेता बने मुन्ना भाई अभी भी कोर्ट के इंतज़ार का फैसला कर रहे हैं.

९। मुलायम कभी कहते हैं कल्याण साथ हैं और दुसरे पल कहते हैं वही दोषी हैं बाबरी विध्वंश के लिए.

१० हाथी की सवारी कर उत्तर परदेश की मुख्यमंत्री मायावती दिल्ली पहुचने की तैयारी कर रही हैं।

ये सब पचाने वाली चीज़ नहीं हैं. अभी इसपर अनुमानों की बारिश होने के आसार हैं. क्या होगा आप भी अनुमान लगाइए और यह विषय जारी रहेगा और २ जून जब तक सरकार बन नहीं जाती और एक नयी राजनीती नहीं देखने को नहीं मिलती हैं तब तक हम आप से होतें रहेगे रूबरू


सचिन स्वतंत्र

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